Shiv chaisa - An Overview
Shiv chaisa - An Overview
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सनकादिक गरुणादिक भूतादिक संगे ॥ ॐ जय शिव…॥
शिव चालीसा भगवान भोलेशंकर को समर्पित है। इस शिव चालीसा का नियमित पाठ करने से महादेव आशीर्वाद प्रदान करते है और आपके जीवन में सुख-समृद्धि का संचार करते है।
शिव पंचाक्षर स्तोत्र
महाभारत काल से दिल्ली के प्रसिद्ध मंदिर
अथ श्री बृहस्पतिवार व्रत कथा
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। यहि अवसर मोहि आन उबारो॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
वेद माहि महिमा तुम गाई। अकथ अनादि भेद नहिं पाई॥
बुरी आत्माओं से मुक्ति के लिए, शनि के प्रकोप से बचने हेतु हनुमान चालीसा का पाठ करें
सुर ब्रह्मादिक पार न पाय ॥ जो यह पाठ करे मन लाई ।
हनुमान चालीसा लिरिक्स
On Trayodashi (thirteenth working day of the dark and vibrant fortnights) just one should invite a pandit and devotely make offerings to Lord Shiva. People who quickly and pray to Lord Shiva on Trayodashi are constantly healthier and prosperous.
. शिव चालीसा लिरिक्स के सरल शब्दों से भगवान शिव को आसानी से प्रसन्न होते हैं
Each time the gods phone out to him in distress, Lord Shiva straight away removes their sorrows. In the course of the good turmoil caused by Tarakasura, Shiv chaisa Each of the gods turned for you for enable.